रोजगार अधिकार अभियान टीम ने किया किसानों की मांगों का समर्थन!
रोजगार अधिकार अभियान की टीम ने खनौरी बार्डर पहुंचकर किसान आंदोलन का समर्थन किया और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के गिरते स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से मांग की कि एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत किसानों की अन्य मांगों को तत्काल माना जाए.
बता दें कि 13 फरवरी से खनौरी बार्डर और शम्भू बार्डर पर किसानों का आंदोलन चल रहा है. इसमें प्रमुख रूप से किसानों की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद की कानूनी गारंटी, विश्व व्यापार संगठन के समझौते से भारत के बाहर आने, किसानों व मजदूरों के पूर्ण कर्जामाफी, विद्युत संशोधन विधेयक 2023 रद्द करने, मनरेगा में 200 दिन काम व 700 रूपये दैनिक मजदूरी जैसी मांगें शामिल हैं.
रोजगार अधिकार अभियान के कोआर्डिनेटर राजेश सचान ने कहा किसानों की सभी मांगें पूरी तरह से वाजिब हैं इन्हें दरकिनार करना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है. जगजीत सिंह डल्लेवाल के गिरते स्वास्थ्य को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप और उनके समर्थक में 14 जनवरी से 111 किसानों द्वारा आमरण अनशन शुरू करने के बाद 18 जनवरी को संयुक्त सचिव कृषि भारत सरकार की ओर 14 फरवरी को भारत सरकार व पंजाब सरकार के मंत्रियों व किसान नेताओं से वार्ता हेतु पत्र भेजा गया. लेकिन किसानों के इन वाजिब सवालों को हल के लिए केंद्र सरकार ने किसी तरह का ठोस समाधान अभी भी नहीं किया है.
किसानों की 13 सूत्रीय मांगों में कई मांगे ऐसी हैं जिन्हें केंद्र सरकार द्वारा हल करने का आश्वासन दिया जा चुका है. लेकिन अभी तक इसकी भी घोषणा नहीं की गई है.
रोजगार अधिकार अभियान द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर समाज के सभी तबकों से संवाद किया जा रहा है और किसानों के इन सवालों को अपने अभियान का हिस्सा बनाया है साथ ही किसान आंदोलन से एकजुटता की अपील की जा रही है। किसान आंदोलन कोई अलग-थलग आंदोलन नहीं है, इसे राष्ट्रीय स्तर पर छात्र युवा आंदोलन व मजदूर आंदोलन का समर्थन हासिल है और व्यापक जनमानस साथ है। रोजगार अधिकार अभियान की टीम किसान आंदोलन के समर्थन में आज खनौरी बार्डर अनशन स्थल पर रात्रि विश्राम करेगी और कल शम्भू बार्डर जायेगी।
खनौरी बार्डर गई टीम में रोजगार अधिकार अभियान के कोआर्डिनेटर राजेश सचान, जैनुल आबेदीन, हरप्रीत शर्मा, कुलदीप सिंह आदि शामिल रहे.