खेल मंत्रालय और कुश्ती महासंघ की कारगुजारियों के चलते दूसरी रैंकिग सीरीज में भी हिस्सा नहीं ले पाए भारतीय पहलवान!

भारतीय कुश्ती पहलवानों को साल का दूसरा झटका मिला है. इससे पहले हुई कुश्ती रैंकिंग सीरीज में भी भारतीय कुश्ती टीम हिस्सा नहीं ले पाई थी और अब 26 फरवरी से अल्बानिया में शुरू होने जा रही दूसरी रैंकिंग सीरीज में भी भारतीय कुश्ती टीम को जाने की अनुमति नहीं मिल पाई है.
दरअसर अल्बानिया में साल की दूसरी रैंकिंग सीरीज के लिये खेल मंत्रालय ने यह कहकर मंजूरी रोक दी कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने समय पर जरूरी अनुशंसा जमा नहीं की हैं. इससे पहले खेल मंत्रालय और निलंबित कुश्ती महासंघ के बीच मतभेदों के चलते भारतीय पहलवान क्रोएशिया के जगरेब में हुई पहली रैंकिंग सीरिज से भी बाहर रह चुके हैं.
दूसरा रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट 26 फरवरी से 2 मार्च तक अल्बानिया में होने जा रहा है. दुनियाभर के पहलवान इस रैंकिंग सीरीज में हिस्सा लेंगे लेकिन खेल मंत्रालय और कुश्ति संघ की नुराकुश्ती के कारण पहलवान सीरीज मे नहीं जा पाएंगे.
बता दे कि खेल मंत्रालय ने दिसंबर 2023 को डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय कुश्ती से उसे मान्यता मिली हुई है. उसने अंतिम मौके पर भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को प्रस्ताव भेजा था. एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से कहा, डब्ल्यूएफआई ने अंतिम समय पर प्रस्ताव भेजा और प्रस्तावित नाम भेजने में भी विलंब हुआ इसलिए मंजूरी नहीं दी जा सकी. हम अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए खिलाड़ियों को मंजूरी देने को हमेशा तैयार रहते हैं लेकिन प्रक्रिया का पालन करना जरूरी है. यह भी स्पष्ट नहीं है कि टीम कैसे चुनी गई क्योंकि डब्ल्यूएफआई ने कोई ट्रायल नहीं कराए थे.
इसके बाद अम्मान में 25 से 30 मार्च तक सीनियर एशियाई चैंपियनशिप होनी है, मंगोलिया में 29 मई से एक जून तक तीसरी रैंकिंग सीरीज, हंगरी में 17 से 20 जुलाई तक चौथी रैंकिंग सीरीज होनी है.
- Tags :
- RankingSeries
- wrestling
Top Videos

टमाटर बिक रहा कौड़ियों के दाम, किसानों को 2-5 रुपये का रेट!

किसानों ने 27 राज्यों में निकाला ट्रैक्टर मार्च, अपनी लंबित माँगों के लिए ग़ुस्से में दिखे किसान

उत्तर प्रदेश के नोएडा के किसानों को शहरीकरण और विकास क्यों चुभ रहा है

Gig Economy के चंगुल में फंसे Gig Workers के हालात क्या बयां करते हैं?
