हरियाणा पुलिस ने किसान को थप्पड़ मार 2 ट्राली तूड़ी गौशाला में खाली करवाई, गोशालाओं में तूड़ी डालने के लिए धक्केशाही कर रहे अफसर
21 अप्रैल की रात हरियाणा के हिसार-फतेहाबाद रोड़ पर अपने पशुओं के लिए तूड़ी ले जा रहे एक किसान को गांव धांगड़ में पुलिसकर्मियों ने थप्पड़ मारकर तूड़ी से भरी दो ट्रालियों को 500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब में जबरदस्ती धांगड़ की गोशाला में खाली करवा लिया. यह मामला सिर्फ एक किसान का नहीं है. बल्कि पिछले तीन दिनों से सैंकड़ों किसान प्रशासन की इस जबरदस्ती की मार झेल रहे हैं.
तूड़ी एसोसिएशन के सदस्य रामपाल बिश्नोई ने हमें बताया, “फतेहाबाद जिले के अफसर और पुलिस उनकी ट्रालियों को जबरदस्ती रुकवा रहे हैं और किसानों के साथ हाथापाई कर जबरन 500 रुपये के हिसाब से तूड़ी गोशाला में डलवा दे रहे हैं. जो किसान मारपीट के बाद भी नहीं मान रहा, उसके व्हीकल का 50 हजार से लेकर डेढ लाख रुपए का चलान काट दे रहे हैं.”
फतेहाबाद और सिरसा जिले के प्रशासन ने किसानों को बाहर तूड़ी लाने-ले जाने पर रोक लगा रखी है और किसानों की धरपकड़ शुरू कर रखी है. गोशालाओं में तूड़े की कमी को पूरा करवने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस और गोशालाओं की टीमें तूड़ी ढो रहे किसानों की ट्रालियों को रोक रहे हैं और किसानों के साथ बदसलूकी कर उनसे उनका तूड़ा छीन लिया जा रहा है.
बीते दिन, 22 अप्रैल को तूड़ी एसोसिएशन के सदस्यों की बैठक भी हुई, लेकिन न प्रशासन ने उनकी कोई बात मानी, न ही किसान झुके. बिश्नोई ने हमें बताया, “हम 800 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से तूड़ी खरीद रहे हैं, ढुलाई और भरवाई का खर्च रह गया वह अलग. ये अफसर जबरदस्ती 500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खाली करवा रहे हैं. किसान तो अबके पहले ही कम पैदावार की मार झेल रहा है, ये और आ गए तंग करने. हमारे पशुओं का भूखा मारेंगे क्या?”
किसान संगठनों के सदस्य भी लगातार इस मामले में प्रशासन से मिलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बड़े अफसर नरारद हैं. किसान नेता मनदीप नथवान ने हमें बताया, “शुक्रवार को हम आला अधिकारियों से मिलने गए थे. लेकिन डीसी, एसडीएम और एसपी, तीनों बड़े अफसरों से मुलाकात नहीं हो पाई. आज हम 700-800 किसानों के साथ जिला सचिवालय जाएंगे. जिन किसानों से जबरन तूड़ा खाली करवाया है, उनके मुआवजे की भी बात करेंगे और जिन पुलिस अधिकारियों ने किसानों के साथ मारपीट की है उनपर केस दर्ज करवाएंगे.”
इस मामले को लेकर फतेहाबाद के डीसी प्रदीप कुमार ने गांव सवेरा को बताया, “गौशाला के पशुओं का पेट भी भरना जरूरी है, जो कुछ कमी-पेशी मिलेगी, उसको दूर कर देंगे. जिन किसानों को कम पैसे मिले हैं, उस गैप को पूरा करने की कोशिश करेंगे. किसान के साथ मारपीट की बात नहीं हो सकती. अधिकारी पुलिस के साथ होते हैं.”
पशुपालकों के प्रधान राजकुमार ने पत्रकारों का बताया, “वीरवार रात दो ट्राली धांगड़ गोशाला में धक्के से डलवाकर किसानों का चालान भी काटा है. इस समय प्रशासन ने 50 से ज्यादा ट्रालियां अपने कब्जे में ले रखी हैं जिसकी वजह से किसानों को 20 लाख रुपये तक का नुकसान हो सकता है. कई किसान प्रशासन को तूड़ी नहीं लेने दे रहे हैं, उन किसानों को अफसर क्रेन से ट्राली उठा ले जाने की धमकी दे रहे हैं, जिसे हम सहन नहीं करेंगे.”
फतेहाबाद पुलिस गश्त कर लगातार किसानों की ट्रॉलियां जब्त कर रही है. रतिया के थाना प्रभारी रुपेश चौधरी की टीम ने फतेहाबाद से राजस्थान तूड़ी ले जा रहे किसानों की ट्रालियों को भी जब्त किया है. ओवरलोडेड और ओवर हाइट का मामला बनाकर पुलिस ने तीन ट्रैक्टर ट्राली को नंदीशाला में खाली करवा लिया है और दो अभी जब्त करके रखा है.”
राजस्थान के भादरा से विधायक बलवान पूनिया ने पशुपालकों की गाड़ियां सीज करने के फैसले की निंदा की है और फौरन यह प्रतिबंध हटाए जाने की मांग की है.
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