सरकारी रिपोर्ट: दिसंबर तिमाही में 5.6% रही खेती बाड़ी विकास दर, पूरे साल में जीडीपी ग्रोथ 6.5% रहने का अनुमान!

मौजूदा वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में खेती बाड़ी क्षेत्र ने 5.6 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की है। यह वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के बाद सबसे अधिक है। पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में खेती बाड़ी क्षेत्र की विकास दर 5.7 प्रतिशत रही थी। तुलनात्मक रूप से देखें तो पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में खेती बाड़ी विकास दर 1.5 प्रतिशत और मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर के दौरान 4.1% रही थी।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार को मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जारी दूसरे अग्रिम अनुमानों में यह आंकड़े दिए गए हैं। खेती बाड़ी विकास दर 5% से अधिक रहने के बावजूद दिसंबर तिमाही में जीडीपी विकास दर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। वर्ष 2023-24 की दिसंबर तिमाही में विकास दर 9.5 प्रतिशत थी।
जीडीपी के आकार के लिहाज से देखें तो स्थिर मूल्य पर मौजूदा वित्त वर्ष में जीडीपी 187.95 लाख करोड़ रुपए रहने की उम्मीद है, जो पिछले वित्त वर्ष 176.51 लाख करोड़ रुपए थी। मौजूदा मूल्यों पर जीडीपी का आकार 331 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है जो बीते वर्ष 301.23 लाख करोड़ रुपए था।
मौजूदा वित्त वर्ष में कृषि एवं संबंध सेक्टर के अलावा बाकी सभी सेक्टर की विकास दर पिछले साल की तुलना में कम रहने का अंदेशा जताया गया है। खेती बाड़ी की विकास दर 2023-24 के अंतिम अनुमान 2.7 प्रतिशत के मुकाबले 4.6 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई गई है। मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ 12.3 प्रतिशत की तुलना में सिर्फ 4.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। खनन क्षेत्र की ग्रोथ रेट 3.2 प्रतिशत की तुलना में 2.8 प्रतिशत, बिजली, गैस जलापूर्ति जैसी सेवाओं की वृद्धि दर 8.6 प्रतिशत की तुलना में सिर्फ 6 प्रतिशत, कंस्ट्रक्शन की 10.4 प्रतिशत की तुलना में 8.6 प्रतिशत, ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट, संचार सेवाओं की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत की तुलना में 6.4 प्रतिशत, फाइनेंशियल, रियल एस्टेट सेवाओं की वृद्धि दर 10.3 की तुलना में 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। जन प्रशासन और रक्षा सेवाओं की वृद्धि दर पिछले साल के बराबर 8.8 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई गई है।
ग्रॉस वैल्यू एडिशन (जीवीए) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों का हिस्सा 18 प्रतिशत है। यह फाइनेंशियल और रियल एस्टेट के 23 प्रतिशत के बाद सबसे अधिक है। जीवीए में मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी सिर्फ 14 प्रतिशत है।
पूरे वित्त वर्ष में विकास दर 6.5% रहने का अनुमान जताया गया है। इससे पहले 7 जनवरी को जारी पहले अग्रिम अनुमानों में मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 6.4 प्रतिशत विकास दर का अनुमान जताया गया था। इस वर्ष नॉमिनल जीडीपी वृद्धि दर 9.9% रहने का अनुमान है। पहले अग्रिम अनुमान में इसके 9.7% रहने की उम्मीद जताई गई थी।
पिछले वित्त वर्ष की विकास दर को एक प्रतिशत संशोधित करते हुए 9.2% किया गया है। पिछले अनुमानों में 2023-24 के लिए जीडीपी विकास दर 8.2% बताई गई थी। कोविड के बाद के साल 2021-22 को छोड़कर वित्त वर्ष 2023-24 की आर्थिक विकास दर पिछले 12 वर्षों में सबसे अधिक है। बीते वर्ष मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन और वित्तीय सेवा जैसे सेक्टर में दहाई अंकों में वृद्धि हुई। मैन्युफैक्चरिंग की वृद्धि दर 12.3 प्रतिशत, कंस्ट्रक्शन की 10.4 प्रतिशत और वित्तीय सेवा एवं रियल एस्टेट की 10.3 प्रतिशत थी। वित्त वर्ष 2022-23 के अंतिम अनुमान भी जारी किए गए हैं इसमें विकास दर को 7% के पिछले अनुमानों से बढ़ाकर 7.6% किया गया है।
साभार द रुरल वॉइस
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