नरमा बेल्ट के किसानों में रोष, विशेष पैकेज की मांग को लेकर जयपुर में प्रदर्शन!
राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में कपास की फसल पर गुलाबी सुंडी और मौसम की मार के चलते किसानों को भारी नुकसान हुआ है। राजस्थान की कपास बेल्ट के किसान पिछले 20 दिन से बर्बाद फसल के मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.
गुरुवार को राजस्थान के हनुमानगढ़, गंगानगर व अनूपगढ़ जिलों के किसान जयपुर पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर शहीद स्मारक पर धरना दिया। प्रदर्शनकारी किसान खराब फसल के मुआवजे के लिए विशेष पैकेज की मांग कर रहे हैं.
ग्रामीण किसान मजदूर समिति (GKS) के नेता संतवीर सिंह मोहरपुरा ने असलीभारत.कॉम को बताया कि इस साल पहले आंधी-तूफान और फिर गुलाबी सुंडी के प्रकोप से कपास की अधिकांश फसल खराब हो गई. कई दिनों तक जिलों में धरने-प्रदर्शन के बाद जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो आज किसानों ने जयपुर पहुंचकर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने किसानों को विशेष पैकेज की मांग नहीं मानी तो सरकार और सत्ताधारी दल के विधायकों का विरोध किया जायेगा
संतवीर सिंह मोहनपुरा ने बताया कि प्रदर्शनकारी किसानों की आज राजस्थान के कृषि सचिव और मुख्यमंत्री कार्यालय के आला अधिकारियों से मुलाकात हुई. सरकार की ओर से किसानों की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया गया है.उम्मीद है कि अगले एक-दो दिन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत किसानों की मांगों को लेकर घोषणा कर सकते हैं। यह ऐसा नहीं हुआ तो किसान आंदोलन तेज करेंगे.
कपास किसानों के प्रदर्शन को संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े हरियाणा के किसान नेता सुरेश कोथ और तेजवीर सिंह ने भी जयपुर पहुंचकर अपना समर्थन दिया. राजस्थान और हरियाणा के साथ पंजाब के कपास क्षेत्र में भी गुलाबी सुंडी से काफी नुकसान पहुंचा है. गुलाबी सुंडी की रोकथाम में बीटी कॉटन जिस तरह नाकाम साबित हो रही है, उसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. किसान सरकार से नुकसान के मुआवजे और गुलाबी सुंडी की रोकथाम के कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। राजस्थान और हरियाणा के आगामी विधानसभा चुनावी में यह मुद्दा गरमा सकता है.
- Tags :
- indian agriculture
- msp
- किसान
- कृषि संकट
- खेती