सीएम योगी की जनसभाओं से पहले ही यूपी पुलिस किसानों को कर देती है नजरबंद‍!

 

तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में पिछले करीबन दस महीनों से आंदोलन कर रहे हैं. हरियाणा और पंजाब में किसान लगातार बीजेपी नेताओं के कार्यकर्मों का विरोध कर रहे हैं.

इसी कड़ी में 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर आयोजित हुई किसान महापंचायतमें संयुक्त किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ प्रचार करने का फैसला लिया था, जिसके बाद से यूपी के किसान भी बीजेपी की खुलकर खिलाफ़त कर रहे हैं.

आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अमरोहा में जनसभा थी. किसानों के विरोध के डर की वजह से ही सीएम योगी के कार्यक्रम से पहले ही कई किसान नेताओं को यूपी पुलिस ने नजरबन्द कर लिया था.

सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवा किसानों को भी यूपी पुलिस ने घर में बंदी बनाए रखा. पुलिस द्वारा नजरबंद किए गए भारतीय किसान युनियन से जुड़े युवा एकलव्य सहारा ने बताया, “सीएम योगी जी के कार्यक्रम से एक रात पहले ही जनपद हापुड़ के इन्स्पेक्टर साहब, दरोग़ा जी और कई पुलिस कर्मी हमारे घर पर आ गए और मुझे नजरबंद कर लिया.”

इसी तरह हापुड़ में भी सीएम योगी के कार्यक्रम से पहले भारतीय किसान यूनियन से जुड़े युवा हिमांशु मलिक को भी यूपी पुलिस ने नजरबंद कर लिया था. हिमांशू मलिक ने ट्वीट कर बताया, “आज सीएम योगी आदित्यनाथ हापुड़ जिले में आ रहे थे, उससे पहले हमारे (भाकियू) जिला अध्यक्ष गौरव प्रताप को उनके आवास पर नजरबंद कर लिया गया. किसानो की एकता का यह डर देखकर हमें अच्छा लगा.”

इसी तरह योगी के तीन दिन पहले लखनऊ के कार्यक्रम से पहले भी कई नेताओं को नजरबंद किया गया था. किसान मुख्यमंत्री योगी के कार्यक्रम में काले झंडों के साथ विरोध जताने के लिये जा रहे थे, उससे पहले ही किसानों को जानकीपुरम में उनके संगठन के कार्यालय में नजरबंद कर दिया गया. भारतीय किसान युनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश ने ट्वीट कर बताया, “लखनऊ : सीएम योगी को काले झंडे दिखा कर विरोध करने जा रहे किसान नेताओं से घबराया सीएम योगी का पुलिस प्रशासन. हमें 24 घंटे घर में नजरबंद रखा.”

सीएम योगी के कार्यक्रमों से पहले किसान नेताओं के अलावा समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, कांग्रेस और आज़ाद समाज पार्टी के नेताओं को भी नजरबंद किया जा रहा है. बीती11 सितंबर को इलाहाबाद में राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री का कार्यक्रम था. कार्यक्रम से पहले समाजवादी पार्टी के युवा नेता को नजरबंद कर लिया गया था. समाजवादी नेता मयंक यादव ने ट्वीट कर बताया था, “इलाहाबाद में राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री जी आ रहे हैं. समाजवादियों से योगी सरकार इतना डर गई है कि हमारे घरों पर पुलिस का पहरा लगा है. घर से मत निकलिए, नजरबंद रहेंगे या तो जेल भेज दिया जाएगा. सत्ता के बल पर शासन और प्रशासन के द्वारा धमकी दी जा रही है. ये सरेआम लोकतंत्र की हत्या है.”

इसके अलावा कांग्रेस और आजाद समाज पार्टी के नेताओं को भी सीएम योगी के कार्यक्रम से पहले नजरबंद किया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुल्तानपुर दौरे से पहले पुलिस प्रशासन ने कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह ‘राणा, को उनके पैतृक आवास लामा बनकठा में नजरबंद किया था.