अंतर्जातीय विवाह के चलते पंचकूला के भूड गांव में दलित समुदाय का सामाजिक बहिष्कार!

 

हरियाणा के पंचकूला के भूड गांव से अंतर्जातीय विवाह को लेकर जातिगत उत्पीड़न का मामला सामने आया है. गांव के दलित समुदाय से आने वाले लड़के और पड़ोस के गांव से गुर्जर समुदाय की लड़की ने 13 अगस्त को कोर्ट में शादी की थी जिसके बाद गांव के ही गुर्जर समुदाय ने पूरे दलित समुदाय का सामाजिक बहिष्कार कर दिया. गुर्जर समाज के लोगों ने पंचायत में फैसला कर दलित परिवार को दो दिन का वक्त दिया. दो दिन के भीतर लड़की को वापस उसके घर नहीं भेजने पर गांव के पूरे दलित समुदाय का बहिष्कार करने का फरमान सुना दिया.

लड़के की मां ने बाताया, “13 अगस्त को कोर्ट में शादी हुई थी. जिसके बाद 21 अगस्त को गांव के गुर्जर समुदाय के लोगों ने पंचायत बुलाकर लड़की को सौंपने का दबाव बनाया और लड़की को वापस नहीं सौंपने पर लड़के को जान से मारने की धमकी दी.”   

स्वतंत्र पत्रकार संदीप सिंह ने गांव जाकर पीड़ित परिवार से बातचीत की.    

स्वतंत्र पत्रकार संदीप सिंह ने पीड़ित परिवार से बात की.

पंचायत में गुर्जर समाज के लोगों ने कहा कि “आज से ये लोग हमारे किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे”

इसके बाद दलित परिवारों के घर चौकीदार भेजकर बहिष्कार करने का फरमान सुनाया. बहिष्कार के दौरान कोई भी दलित समुदाय का व्यक्ति गुर्जर समुदाय के खेत में नहीं जाएगा, न गुर्जर समाज के किसी व्यक्ति से बात करेगा और साथ ही गुर्जर समाज का कोई भी व्यक्ति दलित समुदाय के लोगों को दूध नहीं बेचेगा.   

लड़के के भाई ने बताया,“मैं जब नाई के पास बाल कटवाने के लिए गया तो नाई ने गुर्जरों के डर से बाल काटने से मना कर दिया.”