तमिलनाडु: किसानों ने की तिरुनेलवेली जिले को सूखा प्रभावित घोषित करने की मांग!

तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के किसान सूखे की मार का सामना कर रहे हैं. किसानों ने सरकार से तिरुनेलवेली जिले को सूखा प्रभावित जिला घोषित करने की मांग की है. कॉन्फेडरेशन ऑफ तमिलनाडु ऑल फार्मर्स एसोसिएशन के जिला सचिव डी. अब्राहम के नेतृत्व में किसानों ने कहा कि इस साल यहां केवल 18,000 एकड़ जमीन पर खेती की गई है, केवल दो सिंचाई चैनलों में पानी छोड़ा गया है, जबकि जनवरी 2022 से मानसून की विफलता के कारण शेष 1.50 लाख एकड़ में कोई खेती नहीं हो पाई.
अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ की रिपोर्ट के अनुसार तिरुनेलवेली जिले के किसानों को 2022-2023 में बड़े पैमाने पर फसल का नुकसान हुआ था क्योंकि जनवरी 2022 से बारिश नहीं हुई थी. जिन किसानों ने अपनी समस्या को कम करने की उम्मीद के साथ सहकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से फसल ऋण लिया था 2022 में फसल के नुकसान के कारण किसानों को बड़ा नुकसान हुआ और जिसके कारण किसान भारी कर्ज में डूब गए हैं.
वहीं पशुओं के लिए पीने के पानी और चारे की कमी ने भी किसानों की मुश्किलें बड़ा दी हैं किसान अपने पशुओं को सस्ते भाव में बेचने को मजबूर हैं. इसलिए किसानों ने कलेक्टर के माध्यम से सरकार से जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की है ताकि किसानों को मानसून की अनियमितता के कारण हुई फसल के नुकसान का मुआवजा मिल सके.
वहीं किसानों ने कहा अगर जिले को ‘सूखा प्रभावित’ घोषित नहीं किया गया, तो हम अपनी मांग को लेकर 30 अक्टूबर को 5 हजार किसानों को इकट्ठा करके सड़क रोको अभियान चलाएंगे साथ ही किसानों ने आगामी लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करने की बात कही.
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