2021 में सड़क हादसों में 1.55 लाख लोगों की मौत, हर रोज औसतन 426 लोगों ने गवाई जान!

 

देश के परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी द्वारा सड़क हादसों को कम करने का दावा किया जाता रहा है. लेकिन तमाम दावों के बाद भी सड़क हादसों का सिलसिला कम नहीं हो रहा है. सरकार के दावों के उलट आंकड़ों में स्थिति कुछ और ही नजर आ रही है. गृह मंत्रालय द्वारा जारी एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) की रिपोर्ट में सामने आया है कि पिछले साल भारत में सड़क हादसों में 1.55 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है. यानि सड़क हादसे के कारण औसत हर रोज 426 लोगों की मौत हुई है. यह किसी साल में अब तक दर्ज हादसों में मौत के सबसे ज्यादा मामले हैं.

2021 में एनसीआरबी के भारत में सड़क हादसों में मृत्यु और आत्महत्या के मामले पूरे देश में 4.03 लाख रहे वहीं 2021 में सड़क दुर्घटना के कारण 3.71 लाख लोग घायल हुए है. एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल सड़क हादसों में मौत के सर्वाधिक मामले आए थे. आंकड़ो के अनुसार 2021 में प्रति हजार वाहनों पर मृत्यु के मामलों की दर 0.53 थी जो 2020 में 0.45, 2019 में 0.52 की दर से अधिक थी. वहीं 2018 में प्रति हजार वाहनों पर मृत्यु के मामलों की दर 0.56 और 2017 में 0.59 फीसदी रही.

रिपोर्साट के अनुसार साल 2020 में लॉकडाउन की वजह से सड़क हादसों की संख्या में कमी रही जिनमें 1.33 लाख लोगों की मौत हुई, वहीं 3.35 लाख लोग घायल हुए. वहीं एनसीआरबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आमतौर पर सड़क हादसों में मौत के मामलों से ज्यादा लोगों के घायल होने के मामले सामने आते हैं, लेकिन पंजाब, झारखंड उत्तर प्रदेश और मिजोरम में सड़क हादसों में लोगों के घायल होने से ज्यादा मौत के मामले आए हैं .