लखीमपुर: शहीद किसानों के परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना किया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट न देने का लगाया आरोप!

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में तीन अक्तूबर को भाजपा मंत्री की गाड़ी से रौदने पर हुई चार किसानों की मौत का मामला अब नया मोड़ ले चुका है. दरअसल कल किसान नेताओं और लखीमपुर प्रशासन के बीच एक समझौता हुआ था जिसके बाद ही मृतक किसानों का अंतिम संस्कार किया जाना था. लेकिन आज किसान परिवारों और किसान नेताओँ ने शहीद किसानों का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है.
इस पर शहीद किसान के परिजनों का कहना है, “प्रशासन की ओर से हमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं सौेंपी गई है. बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखे हम शहीद किसानों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.”
वहीं इस मसले पर हमारे संवाददाता मनदीप मुनिया ने भारतीय किसान यूनियन के नेता से बात की उन्होंने कहा,”हमें पता चला है कि कुछ न्यूज चैनल खबर चला रहे हैं कि किसान की मौत गोली लगने से नहीं हुई है. जबकि डॉक्टर ने हमारे एक आदमी के सामने कहा था कि गोली भी लगी है.”
इसी के चलते मृतक किसान के परिजनों में पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर संशय बना हुआ है. किसान परिवारों का कहना है कि जब तक हमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिल जाती तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. साथ ही किसानों ने जांच को प्रभावित करने का भी आरोप लगाया है.
बता दें कि कल हुए समझौते के अनुसार प्रत्येक मृतक किसान के परिवार को 45-45 लाख का मुआवजा, घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों की दस दिन के भीतर गिरफ्तारी और प्रत्येक परिवार को नौकरी देने का फैसला हुआ है.
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