पंजाब में किसानों का आंदोलन तेज, मंत्रियों और विधायकों के घरों का किया घेराव!

पंजाब में किसानों का गुस्सा एक बार फिर सड़कों पर दिखाई दिया। सोमवार को किसान संगठनों ने राज्य के मंत्रियों और विधायकों के आवासों का घेराव किया। यह प्रदर्शन शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हाल ही में हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में किया गया। किसानों का आरोप है कि भगवंत मान सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है और उनके आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है।
संगरूर में किसानों ने सीएम भगवंत मान का घर घेरने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने किसानों को बीच में ही रोक दिया. फरीदकोट जिले में किसान संगठनों द्वारा पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां के पैतृक गांव संधवां में किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने अमृतसर में पंजाब के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल के आवास के बाहर धरने पर बैठकर अपनी नाराजगी जाहिर की। पंढेर ने कहा, “भगवंत मान सरकार ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर जो किया, यह उसी का नतीजा है। सरकार कह रही है कि किसानों को उनसे कोई शिकायत नहीं है, लेकिन सच यह है कि हमारी मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई हैं।” इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
जालंधर में भी किसानों ने कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत के घर के बाहर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी, कर्ज माफी और अन्य मांगों को पूरा करने की मांग की। किसान संगठन किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) क्रांतिकारी के प्रांतीय उपाध्यक्ष लाल सिंह गोले वाला ने आज चेतावनी दी कि पंजाब में किसानों का आंदोलन जल्द ही और तेज होगा। उन्होंने कहा कि आज के सांकेतिक धरनों के बाद अगले कार्यक्रमों की घोषणा जल्द की जाएगी। इनमें पंजाब के गांवों में आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़े नेताओं, मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी शामिल होंगे।
पंजाब में यह विरोध उस समय हो रहा है, जब किसानों और सरकार के बीच बातचीत कई बार बेनतीजा रही है। किसानों का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे। दूसरी ओर, सरकार का दावा है कि वह किसानों के हित में काम कर रही है, लेकिन प्रदर्शन से राज्य में व्यापार और उद्योग प्रभावित हो रहे हैं।
बता दें कि किसान नेता सरवण सिंह पंधेर के आह्वान पर आज पूरे पंजाब में किसानों ने धरना दिया, जोकि दोपहर 3 बजे तक चला. प्रदेश के 17 जिलों में किसानों ने विधायकों और मंत्रियों के घर घेरे. इनमें से ज्यादातर जगहों पर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन हुआ.
Top Videos

टमाटर बिक रहा कौड़ियों के दाम, किसानों को 2-5 रुपये का रेट!

किसानों ने 27 राज्यों में निकाला ट्रैक्टर मार्च, अपनी लंबित माँगों के लिए ग़ुस्से में दिखे किसान

उत्तर प्रदेश के नोएडा के किसानों को शहरीकरण और विकास क्यों चुभ रहा है

Gig Economy के चंगुल में फंसे Gig Workers के हालात क्या बयां करते हैं?
