अब होगा आर या पार, किसान दोबारा आंदोलन के लिए तैयार
12 सितम्बर 2022 को हरियाणा के किसानों ने चण्डीगढ़ में मुख्यमंत्री के आवास के घेराव किया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री हरियाणा के साथ विभिन्न किसान संगठनों के साथ बातचीत हुई थी, जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया था कि आगामी विधानसभा सत्र में जुमला मालकान, मुश्तरका मालकान, ढोलीदार, आबादकार व काश्तकारों के हकों के लिए कानून लेकर आएंगे.
अब हरियाणा विधानसभा का सत्र 22 दिसंबर से शुरू हो रहा है, इसलिए मुख्यमंत्री हरियाणा को उनके द्वारा किए गए वादे के अनुसार कानून लेकर आने की याद दिलाने के लिए आज चंडीगढ़ प्रेस क्लब में किसानों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने 20 दिसम्बर 2022 को गुरुद्वारा श्री पंजोखरा साहिब से एक मार्च शुरू करने की घोषणा की है, जोकि 50 किलोमीटर की दूर तय करके 22 दिसंबर को हरियाणा विधानसभा तक पहुंचेगा और किसानों के मुद्दों पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देगा.
किसानों ने गन्ना किसानों के बकाया और गन्ने का उचित दाम दिए जाने के विषय पर और प्रदेश में किसानों को यूरिया खाद की कमी और उच्च क्वालिटी के बीजों की कमी जैसे मुद्दों को भी उठाया.
हरियाणा ने 2018 से ट्यूबवैल कनेक्शनों की रोक को हटाने तथा नये कनेक्शनों को जारी करने की व्यवस्था तथा 5 स्टार मोटर की कंडिशन को तुरन्त प्रभाव से हटाए जाने की मांग की.
प्रदेश में भारी बरसात, फिजी वायरस और घटिया बीजों से हुए नुकसान का मुआवजा दिए जाने की मांग पर अमल करने के लिए भी किसानों ने सरकार को उनके आंदोलन के मुद्दे याद करवाए.
हरियाणा के किसानों ने लखीमपुर खीरी की दुखद घटना के चश्मदीद गवाहों पर हमले की निंदा की. किसानों ने इस घटना को लोकतान्त्रिक व्यवस्था के माथे पर कलंक बताया और उसके बारे में सरकार से तुरन्त ध्यान देकर कार्यवाही करने की मांग की.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल किसान संगठन
BKMU – सुरेश कौथ
BKU शहीद भगत सिंह – अमरजीत सिंह मोहड़ी
BKU सर छोटू राम – जगदीप सिंह औलख
आजाद किसान यूनियन – करनैल सिंह
भारतीय इंकलाब मंच – धर्मवीर ढींढसा
पगड़ी सम्भाल जट्टा – मंदीप नथवाण
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