28 सितंबर से किसानों का ‘रेल रोको’ आंदोलन!

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गांरटी और खेती बाड़ी से जुड़ी अन्य लंबित मांगों को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में 19 किसान संगठनों ने 28 सितंबर से पंजाब में तीन दिवसीय रेल रोको आंदोलन करेंगे. केंद्र सरकार के खिलाफ रेल रोको अभियान किसानों के विरोध का पहला चरण होगा इसके बाद किसान आंदोलन को और तेज करेंगे.
आंदोलन में हिस्सा लेने वाले संगठनों में से एक किसान मजदूर संघर्ष समिति की पंजाब इकाई के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर संजीदा नहीं है और इसलिए सरकार को नींद से जगाने के लिए उन्होंने प्रदर्शन करने का फैसला किया है.
उन्होंने आगे कहा, “केंद्र सरकार को उत्तर भारत में हाल ही में आई बाढ़ से हुए नुकसान के लिए 50 हजार करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा करनी चाहिए, साथ ही स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर सभी फसलों की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी वाला कानून बनाना चाहिए. इसके साथ ही किसानों और मजदूरों के लिए पूर्ण ऋण माफी, मनरेगा के तहत प्रति वर्ष 200 दिनों का रोजगार देना, दिल्ली की सीमाओं पर साल भर चले किसान आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ पुलिस मामलों को रद्द करना कुछ मांगें हैं जिन्हें तुरंत पूरा किया जाना चाहिए”
किसान नेता पंधेर ने कहा, “जब तक केंद्र सरकार उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं करती तब तक किसान संगठनों का संघर्ष जारी रहेगा और इसे और तेज किया जाएगा.” किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी), बीकेयू एकता-आजाद, आजाद किसान समिति (दोआबा), बीकेयू (भेरमके), बीकेयू (शहीद भगत सिंह), बीकेयू (सर) छोटू राम), भारतीय किसान मजदूर यूनियन, किसान महापंचायत (हरियाणा), पगड़ी संभाल जट्टा (हरियाणा), आजाद किसान यूनियन (हरियाणा), प्रगतिशील किसान मोर्चा, आथराई किसान मंच, भूमि बचाओ मुहिम, संयुक्त किसान सभा और राष्ट्रीय किसान संगठन विरोध प्रदर्शन में शामिल रहेंगे.
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