किसानों ने फतेह किया पीपली मोर्चा, जीत के जश्न में झूमे किसान!

 

सुरजमुखी पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की मांग को लेकर कुरुक्षेत्र के पीपली में दो दिन चले आंदोलन में किसानों की जीत हुई है. सुरजमुखी पर तय MSP की मांग कर रहे किसानों पर शाहाबाद में लाठीचार्ज किया गया था. शाहाबाद लाठीचार्ज के दौरान किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत सैंकड़ों किसानों को हिरासत में लिया गय़ा था. शाहाबाद लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने 12 जून को कुरुक्षेत्र के पीपली में एक बड़ी किसान महापंचायत बुलाई थी. 12 जून को पीपली आनाज मंडी में हजारों की संख्यां में किसान जुटे जिसके बाद किसानों ने दिल्ली-चंडीगढ नेशनल हाइवे जाम कर दिया. किसानों ने 12 जून की रात और 13 जून की दोपहरी सड़क पर ही गुजारी.

इस बीच 13 जून की शाम को सरकार ने किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया. पीपली आंदोलन में किसानों की मुख्य मांग सुरजमुखी की फसल पर केंद्र सरकार द्वारा तय MSP दिये जाने, शाहबाद लाठीचार्ज के दौरान गिरफ्तार किए गए किसानों को रिहा करने और सभी किसानों पर लगे पुलिस केस हटाने की मांग की गई थी.

आखिर 13 जून की शाम ढलते-ढलते सरकार भी किसानों के सामने पस्त होती दिखाई दी और एक लंबी बैठक के बाद किसान नेता और कुरुक्षेत्र उपायुक्त ने किसानों के बीच आकर सभी मुद्दों पर सहमति की घोषणा करते हुए आंदोलन खत्म करने की अपील की. 

इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “ यह लड़ाई प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से थी. MSP की लड़ाई लंबी है, हम आगे भी MSP पर कानूनी गारंटी की लड़ाई पूरे देश में लड़ेंगे”

किसान नेता राकेश टिकैत

पीपली मोर्चे के खत्म होने पर सीएम खट्टर का भी बयान आया, उन्होंने कहा, “सूरजमुखी पर देशभर में पहले से ही सबसे ज्यादा रेट दे रहे हैं”

वहीं आंदोलन की जीत की खुशी में किसान नेशनल हाइवे पर ही जश्न मनाते दिखाई दिए. 

जीत के जश्न में झूमे किसान

इस बीच खेती बाड़ी मामलों के जानकार रमनदीप मान ने पीपली मोर्चे की जीत पर ट्वीट करते हुए लिखा, “सरकार ने किसानों के समाने घुटने टेके”

वहीं पहलवान साक्षी मलिक ने भी किसानों के आंदोलन की जीत पर खुशी जताते हुए ट्वीट में लिखा, “किसानी संघर्ष की जीत से मन प्रसन्न है”