गुजरात की कंपनी ने नकली दवाई बेच कर किसानों के साथ की 37 करोड़ की ठगी!
पंजाब में मालवा के किसान बीटी कॉटन (नरमे) के बीज घोटाले में करोड़ों की ठगी का शिकार हो गए. किसानों को गुलाबी सूंडी का हमला न होने की गारंटी बता कर गुजरात के ब्रांड का घटिया बीटी कॉटन बीज बेच डाला. पंजाब के 25 से 30 एजेंटों ने गुजरात की कंपनी पिंक-73 4G, रोनक 4G व पिंक पेंथर-3 के नाम पर करीब 10 हजार किसानों को चूना लगाया दिया. गुजरात की कंपनी ने किसानों को 37 करोड़ रुपए के 2.5 लाख पैकेट बेच दिए. पंजाब में मालवा के किसान इससे पहले ढैंचा के बीज की ठगी के भी शिकार हुए थे.
समाचार पत्र दैनिक भास्कर में पत्रकार हरपाल रंधाव की छपी रिपोर्ट के अनुसार जब इस मामले की पड़ताल की तो पता चला कि इसमें गुजरात के भी 8 से 10 एजेंट व विक्रेता शामिल थे. यह बीज मालवा के बठिंडा और मानसा जिलों के गांवों में स्टाल लगा कर बेचा गया. यूनिवर्सिटी का बीटी कॉटन बीज 760 रुपए तक प्रति किलो में आता था, लेकिन बीज माफिया ने इसे गुलाबी व सफेद सूंडी के हमले का सामना करने वाला बताकर किसानों से दोगुने पैसे वसूले. किसानों को यह बीज 1300 से 1500 रुपए तक बेचा गया. सूंडी पर हमला भी ज्यादातर इसी बीज पर हुआ. दूसरी तरफ, किसान घटिया बीज की विजिलेंस जांच व खराब फसल की मुआवजे की मांग के लिए धरने पर हैं.
पत्रकार हरपाल रंधाव की रिपोर्ट के अऩुसार कृषि विभाग की 230 टीमों ने आनन फानन में 3 दिन में 757 जगह का निरीक्षण किया. लेकिन अभी तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि गुजरात के इस बीज घपले का माफिया कौन है. इतना बीज बिना मंजूरी कैसे और किसकी मिलीभगत से बेचा गया.
वहीं किसानों पर इसकी दोहरी मार पड़ी है. किसानों ने जो कीटनाशक छिड़का वो भी एक्सपायरी निकला जिसके कारण किसानों की फसल खराब हो गई. यह खुलासा कृषि विभाग की टीम द्वारा दुकानों की चेकिंग के दौरान हुआ. कृषि विभाग ने 2500 लीटर एक्सपायरी कीटनाशक जब्त किया. 21 स्पेशल सैंपल लिए. विभाग ने 3 फर्मों की बिक्री बंद भी कर दी. कृषि विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर (कॉटन) हरिंदर सिंह ने कहा, “मालवा में लगभग 40 हजार एकड़ में किसानों ने गुजरात का बीज बीजा है. यह किसानों ने खुद उनसे खरीदा था. उनको गलत कहा गया कि इस बीज पर सूंडी का हमला नही होता है. ये कौन लोग थे, इसकी विभाग जांच कर रहा है. पता लगा कर कड़ी कार्रवाई करेंगे.”