झज्जर: हाईटेंशन लाइन को लेकर किसानों का आंदोलन, “उचित मुआवजा मिलने तक नहीं लगने देंगे खेत में पोल”

झज्जर के ग्रामीण इलाकों से होकर जाने वाली हाई टेंशन लाईन के उचित मुआवजे की मांग को लेकर किसानों का सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी है. किसान पिछले कईं दिनों से पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के बैनर तले अपना आंदोलन कर रहे हैं. राजस्थान से हरियाणा के झज्जर समेत कई जिलाें से होकर दिल्ली के नरेला जाने वाली पॉवर ग्रीड को लेकर किसानों ने मोर्चा खोल दिया है.
किसान संगठनों ने एचटी लाइन के लिए किसानों को उचित मुआवजा नहीं देने के फैसले को धक्काशाही बताया. किसानों का कहना है कि इस मसले पर शासन और प्रशासन चाहे कितनी हीं तानाशाही और धक्कामुक्की कर ले वह बगैर मार्किट रेट मुआवजा लिए एचटी लाईन को अपने खेतों से नहीं गुजरने देंगे.
किसानों ने कहा कि अधिकारियों ने उनके खेतों में एचटी लाईन के पोल लगवाने के लिए गड्ढे खोद डाले है जिन्हें किसान जल्द ही भरने का काम करेंगे. किसानों का कहना है कि शासन और प्रशासन को यह बताना चाहिए कि जब किसानों के खेतों से गुजरने वाली एचटी लाईन की वजह से किसानों को नुकसान जब मार्किट रेट से होता है तो फिर मुआवजा उन्हें मार्किट रेट के हिसाब से आखिर क्यों नहीं दिया जा रहा है.
किसानों का कहना है कि जहां से भी यह एचटी लाईन गुजरती है वहां किसान की 70 प्रतिशत जमीन खराब हो जाती है वहीं सरकार मानती है कि किसान को केवल 30 प्रतिशत का नुकसान होता है. इस दौरान किसानों ने मुआवजे के साथ-साथ उन्हें हर साल रॉयल्टी दिए जाने की भी मांग की.
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