किसानों की आवाज दबाने के लिए हरियाणा पुलिस की मीडिया से खबर दबाने की अपील!
रविवार को अंबाला में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का जनसंवाद कार्यक्रम था. सीएम मनोहर लाल का जनसंवाद कार्यक्रम पहले दिन से ही विवादों में रहा है. यहां अंबाला में गन्ना किसानों ने गन्ने की फसल के बकाया भुगतान को लेकर सीएम के जनसंवाद कार्यक्रम का विरोध करने की कॉल दी थी. सीएम के कार्यक्रम से पहले ही किसानों को हिरासत में ले लिया गया किसानों को देर शाम 7 बजे रिहा किया गया.
इस दौरान BKU शहीद भगत सिंह के किसान नेता जय सिंह जलबेड़ा ने आरोप लगाया कि सीएम मोनाहर लाल ने जनसंवाद की जगह जनफसाद कार्यक्रम किया है. गन्ने की बकाया राशि और बाढ़ग्रस्त किसानों को मुआवजा दिलाने के लिये सीएम से मिलने आए किसानों को शहजादपुर, नारायणगढ़ थाने में बंद करवाकर डंडों से पिटवाया गया.
इस बीच किसान संगठन BKU (शहीद भगत सिंह) के मीडिया इंचार्ज और किसान नेता तेजवीर सिंह पंजोखरा ने हरियाणा पुलिस पर किसान संगठन के पेज पर आकर किसानों के खिलाफ सरकार के एजेंडे को आगे बढ़ाने और झूठी बयानबाजी करने का आरोप लगाया. हरियाणा पुलिस पीआरओ की ओर से मीडिया के एक व्हाट्सएप ग्रुप में संदेश डाला गया कि,”सभी पत्रकार बंधुओं से प्रार्थना है कि कृपया करके शहजादपुर में किसानों संबंधित कोई भी खबरें सोशल मीडिया व प्रिंट मीडिया पर शेयर न करें” यह अपने आप में हैरान करने वाला है कि हरियाणा पुलिस किसानों की खबर दबाने के लिए मीडिया से अपील कर रही है. किसान संगठनों के सोशल मीडिया पेज पर किसानों के साथ पुलिस के व्यवहार की वीडियो उपलब्ध हैं किस तरह से किसानों को कार्यक्रम से पहले जबरन गिरफ्तार करके देर शाम तक थाने में रखा गया.
दरअसल BKU शहीद भगत सिंह के फेसबुक पेज से किसान नेता जय सिंह जलबेड़ा की एक वीडियो शेयर की गई थी जिसमें उन्होंने बताया है कि कैसे पुलिस ने सीएम खट्टर के कार्यक्रम से पहले किसानों को थाने में बंद करके उनपर डंडे चलाए थे.
इस बीच हरियाणा पुलिसकर्मी विक्रम मासू की फेसबुक से BKU शहीद भगत सिंह की पोस्ट पर कॉमेंट किया गया कि, “हरजिंद्र सिंह खैरा एक अच्छा पुलिस अफसर है वो ऐसा नहीं कर सकता आप हर बार झूठ बोलकर किसानों को भड़का कर पुलिस से लड़ाई करवाना चाहते हो”