धान के MSP में 5 साल की सबसे कम बढ़ोतरी, सिर्फ 53 रुपये बढ़े
केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन 2020-21 के लिए 14 प्रमुख फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का ऐलान कर दिया है। अधिकांश खरीफ फसलों के एमएसपी में मामूली बढ़ोतरी की गई है जो पिछले साल से भी कम है। कोरोना संकट से जूझ रहे किसानों के लिए यह बड़ा झटका है।
सरकार ने सामान्य प्रजाति के धान का एमएसपी 1,868 रुपये प्रति कुंतल तय किया है जो पिछले साल से मात्र 53 रुपये ज्यादा है। ग्रेड ‘ए’ प्रजाति के धान का एमएसपी 1,888 रुपये तय किया गया है। पिछले साल धान के एमएसपी में 65 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी। इस साल धान का एमएसपी पिछले पांच साल में सबसे कम 2.92 फीसदी बढ़ा है। फिर भी सरकार वाहवाही लूट रही है।
Lowest increase in paddy MSP in five years, lower than inflation. Amounts to about 10% margin for farmers over their real C2 cost.
Paddy matters, as this is practically the only crop the government is going to purchase substantially at MSP. https://t.co/Oyg4S5vxgE— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) June 1, 2020
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य में पिछले साल के मुकाबले 2.1 से लेकर 12.7 फीसदी तक बढ़ोतरी का निर्णय लिया है। किसानों के लिहाज से एमएसपी में यह बहुत कम बढ़ोतरी है, जबकि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को लागत पर 50 गुना मुनाफा देने का दावा किया है। उनका कहना है कि खरीफ फसलों के एमएसपी में लागत के मुकाबले 50 से 83 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है जो लागत पर डेढ़ गुना दाम देने के सरकार के वादे के अनुरूप है।
दरअसल, उन्होंने यह नहीं बताया कि एमएसपी तय करने के लिए पूरी लागत यानी सी2 की बजाय कमतर लागत को आधार बनाया गया है।
वर्ष 2020-21 विपणन मौसम की सभी अधिदेशित खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्यों (#MSP ) में वृद्धि को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दी मंजूरी…
14 फसलों पर किसानों को लागत से 50 फीसदी से 83 फीसदी तक ज्यादा कीमत मिलेगी…#CabinetDecisions pic.twitter.com/qu8ZmsGTzN
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) June 1, 2020
स्वराज इंडिया पार्टी के नेता योगेंद्र यादव का कहना है कि इस साल खरीफ फसलों के एमएसपी में पिछले साल से भी कम बढ़ोतरी की गई है। धान का एमएसपी इस साल सिर्फ 2.92 फीसदी बढ़ा है जबकि पिछले साल इसमें 3.71 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। इसी तरह ज्वार का एमएसपी इस साल सिर्फ 2.74 फीसदी बढ़ा है जबकि पिछले साल 4.93 फीसदी बढ़ा था। हालांकि, बाजारा और कपास के समर्थन मूल्य में पिछले साल के मुकाबले थोड़ी अधिक बढ़ोतरी हुई है। लेकिन इससे ज्यादस तो हर साल महंगाई बढ़ जाती है। देश के कई नेता खरीफ फसलों के एमएसपी में मामूली बढ़ोतरी पर सवाल उठा रहे हैं।
#MSP_Kharif
The price hike YOY in %
Paddy (c)3.00
Paddy (f)3.00
Jowar 2.74
Moong 2.07
Arhar(Tur)3.44
Sunflower seed 4.15
Soyabean (yellow) 4.50
Ragi 4.60
Cotton (m)4.94
Cotton (l)4.95
Maize 5.11
Urad 5.26
Ground Nut 5.5
Sesamum 5.70
Niger Seed 12.71 @spsingh64 @MadhviSallyET— Sudhir Panwar (@panwarsudhir1) June 1, 2020
इस साल सरकार ने हाइब्रिड ज्वार का एमएसपी 70 रुपये बढ़ाकर 2620 रुपये, बाजरा का एमएसपी 150 रुपये बढ़ाकर 2150 रुपये, मक्का का एमएसपी 90 रुपये बढ़ाकर 1850 रुपये, अरहर का एमएसपी 200 रुपये बढ़ाकर 6000 रुपये, मूंग का एमएसपी 146 रुपये बढ़ाकर 7196 रुपये, उड़द का एमएसपी 300 रुपये बढ़ाकर 6000 रुपये, मूंगफली का एमएसपी 185 रुपये बढ़ाकर 5275 रुपये, सोयाबीन का एमएसपी 170 रुपये बढ़ाकर 3880 रुपये और कपास का एमएसपी 260 रुपये बढ़ाकर 5515 रुपये कर दिया है।
कितना बढ़ा समर्थन मूल्य
फसल |
2019-20 खरीफ एमएसपी (रुपए प्रति कुंतल) |
2020-21 खरीफ एमएसपी (रुपए प्रति कुंतल) |
बढ़ोतरी (रुपए में) |
धान (कॉमन) | 1,815 | 1,868 | 53 |
धान(ग्रेड ए) | 1835 | 1,888 | 53 |
ज्वार (हाइब्रिड) | 2,550 | 2,620 | 70 |
ज्वार(मालडांडी) | 2,570 | 2,640 | 70 |
बाजरा | 2,000 | 2,150 | 150 |
रागी | 3,150 | 3,295 | 145 |
मक्का | 1,760 | 1,850 | 90 |
तूर (अरहर) | 5,800 | 6,000 | 200 |
मूंग | 7,050 | 7,196 | 146 |
उड़द | 5700 | 6,000 | 300 |
मूंगफली | 5,090 | 5,275 | 185 |
सूरजमुखी बीज | 5,650 | 5,885 | 235 |
सोयाबीन (पीला) | 3,170 | 3,880 | 170 |
तिल | 6,485 | 6,855 | 370 |
नाइजर सीड | 5,940 | 6,695 | 755 |
कपास (मीडियम स्टेपल) | 5,255 | 5,515 | 260 |
कपास (लॉन्ग स्टेपल) | 5,550 | 5,825 | 275 |