14 फरवरी की बैठक में समाधान नहीं निकला तो 25 फरवरी को दिल्ली पैदल मार्च करेंगे किसान!

शंभू बॉर्डर मोर्चे पर आंदोलन कर रहे संगठनों ने प्रेस कांफ्रेंस की. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कृषि क्षेत्र में चल रहे संकटों को हल करने के संघर्ष को व्यापक स्तर पर ले जाने और सहयोगी संगठनों के साथ एकता को मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा भारत द्वारा 12 फरवरी को बुलाई गई बैठक में दिल्ली आंदोलन 2 के नेता चंडीगढ़ के किसान भवन में भाग लेंगे. उन्होंने कहा कि वे संपूर्ण एकता के समर्थक हैं, लेकिन किस प्रकार की एकता होगी, यह बैठक में तय किया जाएगा. उन्होंने सभी संगठनों से जनहित को ध्यान में रखते हुए एकता पर विचार करने की अपील की.
उन्होंने बताया कि 14 फरवरी को चंडीगढ़ में केंद्र और पंजाब सरकार के मंत्रियों के साथ बैठक होगी. हालांकि सरकार का रुख हाल ही में पेश किए गए बजट से स्पष्ट हो गया है, लेकिन वे कभी भी बातचीत से पीछे नहीं हटे हैं. 13 फरवरी को जब मोर्चा एक वर्ष पूरा करेगा, देशभर के संगठन के नेता शंभू बॉर्डर पर जुटेंगे और पंजाब, हरियाणा व उत्तर भारत के किसान व मजदूर बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. यदि 14 फरवरी की बैठक में कोई ठोस समाधान नहीं निकलता, तो 25 फरवरी को शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए पैदल मार्च शुरू किया जाएगा.
उन्होंने 5 फरवरी 2022 को पंजाब में प्रधानमंत्री मोदी की चुनावी रैली के दौरान हुए शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पर किसान नेताओं के खिलाफ धारा 307 के तहत दर्ज किए गए झूठे मामलों की निंदा की और उनकी वापसी की मांग की.
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