1% अमीरों के पास देश की कुल संपत्ति का 40% हिस्सा वहीं आबादी के नीचले 50% लोगों के पास केवल 3% संपत्ति: ऑक्सफैम

 

भारत में सबसे अमीर एक फीसदी लोगों के पास देश की कुल संपत्ति का 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है, जबकि आबादी का निचला हिस्सा केवल 3 प्रतिशत संपत्ति के साथ गुजर बसर कर रहा है. इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 21 सबसे अमीर अरबपतियों के पास मौजूदा समय में देश के 70 करोड़ लोगों से ज्यादा संपत्ति है. विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में जारी की गई ऑक्सफैम की वार्षिक असमानता रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.

‘सर्वाइवल ऑफ द रिचेस्ट’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अगर भारत के अरबपतियों पर उनकी पूरी संपत्ति पर 2 फीसदी की दर से एक बार कर लगाया जाता है, तो इससे देश में अगले तीन साल तक कुपोषित लोगों के पोषण के लिए 40,423 करोड़ रुपये की जरूरत को पूरा किया जा सकेगा. रिपोर्ट के अनुसार देश के 10 सबसे अमीर अरबपतियों पर लगा केवल 5 प्रतिशत कर स्वास्थ्य-परिवार कल्याण मंत्रालय और आयुष मंत्रालय के बजट से 1.5 गुना अधिक है.

ऑक्सफैम ने कहा कि महामारी के बाद से भारत में अरबपतियों की संपत्ति में 121 प्रतिशत या 3,608 करोड़ रुपये प्रति दिन की वृद्धि हुई है. दूसरी ओर साल 2021-22 में 14.83 लाख करोड़ रुपये के कुल माल और सेवा कर (जीएसटी) का लगभग 64 प्रतिशत 50 प्रतिशत आबादी से आया है वहीं शीर्ष 10 फीसदी लोगों से केवल 3 प्रतिशत जीएसटी आया. ऑक्सफैम ने कहा कि भारत में अरबपतियों की कुल संख्या 2020 में 102 से बढ़कर 2022 में 166 हो गई. भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की संपत्ति 18 महीने से अधिक के पूरे केंद्रीय बजट का काम चला सकती है.

वहीं ऑक्सफैम इंडिया के सीईओ अमिताभ बेहर ने कहा, “देश में हाशिए का दलित समाज, आदिवासी, मुस्लिम, महिलाएं और असंगठित क्षेत्र के मजदूर एक ऐसी व्यवस्था में पीड़ित जीवन व्यतीत कर रहे हैं जो सबसे अमीर लोगों पोषित कर रही है.