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पेट्रोल और डीजल की इतनी अधिक कीमतों की असली वजह है कम कॉर्पोरेट टैक्स

चार्ट के माध्यम से ये साफ़ देखा जा सकता है कि केंद्र सरकार का टैक्स से आने वाला राजस्व जीडीपी के अनुपात में लगातार कम होता जा रहा है. 2007-08 के बीच ये जीडीपी का 12.11 % था जो कि इसकी अब तक की सर्वाधिक दर रही है. वही अगर 2020-21 की बात करें तो जीडीपी के मुक़ाबले टैक्स राजस्व का अनुपात घटकर हो गया 10.25%.

Wed, Jun 23, 2021

जिम, बार, क्लब हाउल, रेस्टोरेंट्स, मॉल्स तो खोल दिए, लेकिन शिक्षण संस्थानों से ऐसा क्या बैर!

“ हम सरकार के शिक्षा विरोधी फरमान का विरोध करते हैं. एक ओर सभी संस्थानों को खोला जा रहा है जबकि कॉलेज, यूनिवर्सिटी, आईटीआई, कोचिंग सेंटर व प्रशिक्षण केंद्रो को बंद रखा गया है. पिछले डेढ़ साल से बंद पड़े कॉलेज, यूनिवर्सिटी व अन्य शिक्षण संस्थानों के कारण छात्र-छात्राओं को भारी नुकसान हुआ है. इस तालाबंदी से शिक्षा के स्तर में भी भारी गिरावट आई है.”

Tue, Jun 22, 2021

पांच ट्रिलियन इकॉनमी के सपने वाले देश में एक पांच साल की मासूम बच्ची की पीने का पानी न मिलने से मौत

पांच ट्रिलियन इकॉनमी के सपने देखने वाले देश में एक पांच साल की मासूम अंजलि की पीने का पानी न मिलने के चलते मौत हो गई. अंजलि का दादी ने बताया, “हम जब भी इस रास्ते से जाते थे तो हमेशा पानी की बोतल साथ रखते थे. इस बार पानी की बोतल साथ लेना भूल गए और रास्ते में कहीं पर भी पीने का पानी नहीं मिला."

Tue, Jun 22, 2021

चंडीगढ़: मटका चौक पर आंदोलनरत 80 साल के बाबा लाभसिंह को पुलिस ने हिरासत में लिया

चंडीगढ़ के मटका चौक पर आंदोलन कर रहे नारायण सिंह उर्फ बाबा लाभसिंह को चंडीगढ़ पुलिस ने हिरासत में लिया है. 80 साल के बाबा लाभसिंह आंदोलन के पहले दिन से ही चंडीगढ़ के मटका चौक पर आंदोलन कर रहे हैं. बाबा लाभसिंह दिन-रात मटका चौक पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ धरना देते आ रहे हैं.

Mon, Jun 21, 2021

हरियाणा सरकार द्वारा BPL परिवारों को मिलने वाले सरसों के तेल को बन्द करने के पीछे का खेल!

हरियाणा में सरकार के इस फैसले का करीबन 11 लाख गरीब परिवारों पर सीधा असर पड़ेगा. हरियाणा में पीला राशन कार्ड धारकों (बीपीएल परिवार) की संख्या करीब 8 लाख 93 हजार तथा गुलाबी राशन कार्ड धारकों की संख्या करीब 2.5 लाख है. इन सभी परिवारों को रियायती दरों पर हर महीने 2 लीटर सरसों का तेल दिया जाता था.

Sun, Jun 20, 2021

क्या विशाल जूड की रिहाई की मांग के पीछे धार्मिक और जातीय उन्माद की स्क्रिप्ट छिपी है?

पिछले 2 महीनें से ऑस्ट्रेलिया की जेल में बंद करनाल निवासी 24 वर्षीय विशाल जूड की रिहाई का मामला भारत में एकदम से तूल पकड़ने लगा है. कुछ दिनों से यह पूरा मामला ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेंड में बना हुआ है. भाजपा से जुड़े नेताओं जैसे तेजिंदर पाल सिंह बग्गा, बबिता फौगाट, कपिल मिश्रा, योगेश्वर दत्त आदि ने भी विशाल की रिहाई के समर्थन में ट्वीट किए हैं. इस पूरे मामले को जानने के लिए यह रिपोर्ट पढ़िए – सम्पादक

Sat, Jun 19, 2021