किसान नेताओं के खोरी गांव पंचायत में पहुंचने से पहले लाठीचार्ज,छात्र नेता समेत कईं लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार!
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फरीदाबाद प्रशासन खोरी गांव के 10 हजार गरीब परिवारों के घर ढहाने की प्रकिया में जुटा है. इस बीच खोरी गांव के लोगों को किसान आंदोलन का भी समर्थन मिला है.किसान नेताओं ने घर ढहाए जाने के डर से परेशान खोरी गांव को लोगों के समर्थन में पंचायत बुलाई. किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी और सुरेश कौथ के खोरी गांव की पंचायत में पहुंचने से पहले ही पुलिस ने पंचायत के लिए इकट्ठा हुए लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस ने लाठीचार्ज के दौरान भगत सिंह एकता छात्र मंच के कईं छात्रों समेत इंकलाबी मजदूर संगठन के संजय मोर्य और एक पत्रकार को भी गिरफ्तार कर लिया है.
खोरी गांव के एक नौजवान ने बताया, “पंचायत में शामिल होने के लिए गांव के सभी लोग अंबेडकर मूर्ति के पास इकट्ठा हुए थे. पुलिसवाले आए और बोले कि यहां धारा 144 लगी है सभी यहां से अपने-अपने घर जाओ. गांव के लोगोंं की ओर से विरोध करने पर पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया.”
वहीं गांव की एक महिला ने कहा, “लोगों के घर तोड़े जा रहे हैं ऐसे में क्या हम लोग प्रदर्शन भी न करें. पुरूष पुलिसवाले ने औरतों को मारा है. लड़कियों को खींच कर ले गए. गांव में कल रात से बिजली, पानी की सप्लाई बंद कर रखी है.महिलाएं दो-दो किलोमीटर पैदल चलकर पीने का पानी लेकर आर रही हैं.प्रशासन के लोग हमें परेशान करके यहां से भगाना चाहते हैं.हम लोगों पर बहुत जुल्म किया जा रहा है. आखिर हम लोग कहां जाएं.”
खोरी गांव की पंचायत में पहुंचे किसान नेता सुरेश कौथ ने गांव सवेरा की टीम से बात करते हुए कहा,“ खोरी गांव कोई पहला गांव नहीं है जहां से लोगों को हटाया जा रहा है, इससे पहले भी बहुत जगह से लोगों को हटाया गया है. लेकिन लोगों को हटाने से पहले पूनर्वास की व्यवस्था की जाती रही है. हम मांग करते हैं कि अगर सरकार को इन लोगों को यहां से हटाना है तो पहले इन लोगों के पूनर्वास की व्यवस्था की जाए, वरना इन लोगों को यहां से नहीं हटाने दिया जाएगा.” वहीं लाठीचार्ज के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों पर किसान नेता सुरेश कौथ ने कहा, “हमारी मांग है खोरी गांव के जो भी साथी गिरफ्तार किए गए हैं उनको जल्द-से-जल्द छोड़ा जाए. आखिर सरकार और प्रशासन कितने लोगों को मारेंगे, क्या सरकार अपने हकों के लिए लड़ने वाले पूरे हरियाणा के लोगों को मार देगी.”
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने खोरी गांव के लोगों के घर गिराए जाने के फरमान की निंदा करते हुए पूरे हरियाणा और देश की जनता से खोरी गांव के लोगों का साथ देने की अपील की.
बता दें कि इन घरों को हटाने के पीछे सुप्रीम कोर्ट ने खोरी गाँव के वन विभाग की ज़मीन पर गैर क़ानूनी तरीके से बसे होने की दलील दी है. कई सामाजिक संगठनों ने मिलकर इस मामले में पुनर्विचार याचिका भी दायर की थी मगर सुप्रीम कोर्ट ने उसको खारिज करते हुए 6 हफ्तों के भीतर प्रशासन को गाँव खाली करवाए जाने के आदेश दिया है.