मंडी-बाजार
ऑक्सफैम रिपोर्ट: गरीब निवाले को भी तरसे, पूंजीपति कोरोना महामारी में भरते रहे अपने धन के कोठे
रिपोर्ट के मुताबिक अरबपतियों की जितनी दौलत पिछले 23 साल में बढ़ी थी उतनी दौलत अरबपतियों ने पिछले सिर्फ 2 साल में बढ़ा ली है.
May 24, 2022लक्ष्य से आधे पर तो नहीं अटक जाएगी गेहूं की सरकारी खरीद
गेहूं के उत्पादन में कमी और निजी क्षेत्र द्वारा निर्यात के लिए खरीद करने के चलते लंबे समय के बाद इस साल गेहूं की कीमतों में तेजी आना लगभग तय है। सरकार गेहूं उत्पादन का अनुमान भी कम कर सकती है क्योंकि बाजार में गेहूं की आवक घट रही है। निर्यात भी शुरुआती अनुमानों के मुकाबले काफी कम रह सकता है
May 2, 2022फेल साबित हुए खाद्य सब्सिडी पर हमला बोलने वाले पीडीएस विरोधी अर्थशास्त्री
पिछले तीन वर्षों में गेहूं और धान की सरकारी खरीद करीब डेढ़ गुना बढ़ी है। इसी के बूते करोड़ों लोगों को पीडीएस का अतिरिक्त अनाज मिल सका। क्योंकि भारत में कृषि उत्पादों के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार से कम थे।
Apr 24, 2022लॉकडाउन से सूक्ष्म, लघु और मझोले कारोबार पर सबसे भयानक मार पड़ी, 2020-2021 में क़र्ज़ 20,000 करोड़ बढ़ा
कोरोना की सबसे ज्यादा मार एमएसएमई सेक्टर पर पड़ी है। मार्च 2020 में केंद्र सरकार द्वारा देशव्यापी लॉकडाउन लागू करने के बाद, हजारों एमएसएमई या तो बंद हो गए या उनकी हालत बिगड़ गई।
Mar 18, 2022गांव-देहात के हिसाब से इस बजट में क्या है?
कृषि और संबद्ध गतिविधियों का कुल बजट पिछले साल के 4.26% से घटकर अब 3.84% हो गया है
Feb 3, 2022क्या हमारे देश के किसान अपनी उपज एपीएमसी मंडियों में ही बेचते हैं?
साक्षात्कार में आए करीब 62 फीसदी किसानों को एमएसपी के बारे में जानकारी नहीं थी, जबकि सिर्फ 38 फीसदी ने एमएसपी के बारे में सुना था. जिन लोगों ने एमएसपी के बारे में सुना था, उनमें से अधिकांश (64 प्रतिशत) ने कहा कि वे सरकार द्वारा तय की गई फसलों की दरों से संतुष्ट नहीं हैं और केवल 27 प्रतिशत सरकार द्वारा तय की गई फसलों की दरों से संतुष्ट हैं.
Nov 8, 2021