सालाना एक लाख से कम आय वालों को ही मिलेगा सरसों का तेल, 13 लाख BPL योजना से बाहर!

 

हरियाणा में पीडीएस के जरिये गरीबों को मिलने वाले सरसों के तेल की जगह नकद राशि देने की योजना को अब सरकार बंद करने जा रही है. जुलाई से गरीबों को सरकार 20 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से सरसों का तेल देगी लेकिन बड़ी बात यह है कि अब यह तेल सभी गरीबी रेखा से नीचे (BPL) और अंत्योदय अन्न योजना (AAY) कार्ड धारकों को नहीं मिलेगा. यह सिर्फ उन्हें ही मिलेगा, जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपए से कम है. ऐसे में सरकार के नये फैसले से प्रदेश के 13 लाख से ज्यादा परिवार सरसों के सस्ते तेल से वंचित होंगे.

हरियाणा में BPL व AAY कार्ड धारकों की संख्या करीबन 34 लाख है जबकि सरसों का तेल एक लाख रुपए वार्षिक आय वाले 19,76,674 लाख लोगों को दिया जाएगा. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से इसे लेकर हैफेड के एमडी एवं हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड को आदेश जारी किये गए हैं.

बता दें कि इससे पहले प्रदेश में सभी BPL और AAY कार्ड धारकों को सरसों का तेल दिया जाता था लेकिन कोरोना काल के बाद सरसों महंगी होने की वजह से तेल बंद कर दिया गया था. ऐसे में सरकार ने फैसला लिया था कि सभी 11 लाख परिवारों को दो लीटर सरसों के तेल के लिए हर महिने 250 रुपए देगी, जिसको लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर रही थी.

सरसों के तेल के बदले सीधे खाते में 250 रुपये डालने की योजना विफल रही जिसके बाद सरकार ने फिर से गरीब परिवारों को डिपो के जरिये तेल देने का फैसला लिया है. इस बीच पिछले दो साल में बहुत से परिवारों के खाते में 250 रुपये नहीं आने की भी शिकायते सामने आई थीं ऐसे में सरकार ने अपने चुनावी समीकरण को देखते अपना फैसला बदला है.

वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर हरियाणा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “महंगाई और बेरोजगारी के हाहाकार के बीच, भाजपा लगातार नई नई तरकीबों से ‘गरीब परिवारों’ विशेषतः BPL परिवारों पर प्रहार करती जा रही है ! अब एक झटके में ही हरियाणा के 13 लाख बीपीएल कार्ड धारक परिवारों की रसोई से, खट्टर-दुष्यंत की जोड़ी वाली भाजपा-जाजपा सरकार ने सरसों का तेल छीन लिया ! किसान-मजदूर-गरीब विरोधी भाजपा, हर बढ़ते दिन के साथ..आम लोगों की ज़िंदगी की मुसीबतें बढ़ाती जा रही है!”