PGI चंडीगढ़: ‘मन की बात’ नहीं सुनने पर 36 छात्राओं की हॉस्टल आउटिंग पर रोक!

 

पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम नहीं सुनने पर देश के प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान पीजीआई चंडीगढ़ की 36 छात्राओं की हॉस्टल आउटिंग पर रोक लगा दी गई है. दरअसल 30 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 100वां एपिसोड जारी किया गया था. पीजीआई चंडीगढ़ में नर्सिंग की पढ़ाई कर रहीं पहले और तीसरे वर्ष की छात्राओं के लिए ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनना अनिवार्य किया गया था इसको लेकर हॉस्टल प्रशासन द्वारा नोटिस भी लगाया गया था.

लेकिन 30 अप्रैल को जिन छात्राओं ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम नहीं सुना उनपर हॉस्टल से बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है. ये छात्राएं केवल हॉस्टल से क्सास और क्लास हॉस्टल जा सकती हैं. हॉस्टल से बाहर जाने की पाबंदी के बीच ये छात्राएं अब किसी भी काम को लेकर पीजीआई से बाहर नहीं जा सकती है.

इस मुद्दे को लेकर पत्रकार संदीप सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो शेयर किया.

पत्राकर संदीप सिंह

ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले प्रधानमंत्री का कार्यक्रम नहीं सुनने पर क्या इतनी बड़ी सजा दी जाएगी की छात्राओं को हॉस्टल की चार दीवारी में कैद कर दिया जाएगा.