पंजाब में किसानों का ‘रेल रोको’ आंदोलन शुरू, समर्थन में हरियाणा के किसानों का पैदल मार्च!
बाढ़ प्रभावित किसानों के मुआवजे सहित कई मांगों को लेकर पंजाब में तीन दिन का ‘रेल रोको’ आंदोलन शुरू हो गया. इन मांगों के समर्थन में हरियाणा के किसानों ने भी पैदल मार्च निकाला। आज सुबह से ही पंजाब में कई जगह किसान रेलवे ट्रैक के आसपास जुटने लगे थे. आंदोलन को 19 किसान संगठनों ने समर्थन दिया है.इनमें पंजाब के अलावा रियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के किसान संगठन शामिल हैं। इन राज्यों में भी किसान फसल बर्बादी की मार झेल रहे हैं.
आंदोलनकारी किसान बाढ़ से फसलों के नुकसान के लिए राहत पैकेज, एमएसपी की गारंटी, कर्जमाफी, मनरेगा समेत कई मांगें उठा रहे हैं. अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष समिति के सरवन सिंह पंढेर के नेतृत्व में किसान ‘रेल रोको’ आंदोलन के लिए इकट्ठा हुए. पंढेर का कहना है कि अगले तीन दिन प्रदेश में रेल रोको आंदोलन चलेगा। एमएसपी की गारंटी और दिल्ली आंदोलन के दौरान किसानों पर लगे मुकदमें वापस ना होने सहित कई मुद्दे हैं. अगर भगवंत मान सरकार इस आंदोलन को दबाती है तो इससे केंद्र सरकार के साथ उसकी मिलीभगत और जनविरोधी रुख उजागर हो जाएगा.
हरियाणा में किसानों ने पैदल मार्च निकालाकर बाढ़ग्रस्त फसलों के मुआवजे की मांग की। किसान नेता सुरेश कोथ ने कहा कि पंजाब के किसान अकेले नहीं है, इस संघर्ष में हरियाणा और पंजाब के किसान एकजुट हैं.बीकेयू शहीद भगत सिंह के नेता तेजवीर सिंह के मुताबिक, पंजाब में किसान संगठनों ने फसल मुआवजे और एमएसपी की मांग को लेकर कई जगह रेलों का चक्का जामा किया
बरसात में पंजाब और हरियाणा के कई इलाके भीषण बाढ़ में डूबे गये थे. हिमाचल से पानी छोड़े जाने की वजह से भी हरियाणा और पंजाब में लाखों हेक्टेअर जमीन बाढ़ में डूब गई थी। जबकि कई इलाके बारिश की कमी से जूझ रहे हैं. कपास में गुलाबी सुंडी के प्रकोप के चलते भी किसानों को भारी नुकसान हुआ है. इसे लेकर राजस्थान के किसान भी आंदोलित हैं.
अगले तीन दिन पंजाब में ‘रेल रोको’ आंदोलन 12 स्थानों मोगा, होशियारपुर, गुरदासपुर के बटाला, जालंधर कैंट, तरनतारन, सुनाम, नाभा, फिरोजपुर में बस्ती टैंकवाली और मल्लांवाला, बठिंडा में रामपुरा, अमृतसर में देवीदासपुरा में चलेगा. इससे दिल्ली-जालंधर-जम्मू, दिल्ली-अमृतसर रूट प्रभावित रहेंगे. कई ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ रहा है.
ये संगठन हैं शामिल.
‘रेल रोको’ आंदोलन को किसान मजदूर संघर्ष समिति, पंजाब मजदूर किसान यूनियन, किसान मजदूर मोर्चा पंजाब , बीकेयू शहीद भगत सिंह, भारती किसान यूनियन (क्रांतिकारी), भारती किसान यूनियन (एकता आजाद), आजाद किसान समिति दोआबा, भारतीय किसान यूनियन (बेहरामके), भारतीय किसान यूनियन (छोटू राम), किसान महापंचायत (हरियाणा), पगड़ी संभाल जट्टा संगठन (हरियाणा), प्रगतिशील किसान मोर्चा (उत्तर प्रदेश), भूमि बचाओ मुहिम (उत्तराखंड) और राष्ट्रीय किसान संगठन (हिमाचल प्रदेश) ने अपना समर्थन दिया है.