दो हफ्ते से ग्रामीण सफाईकर्मियों की हड़ताल जारी, सरकार ने नहीं ली कोई सुध!

 

ग्रामीण सफाई कर्मी पिछले करीबन दो हफ्ते से वेतन में बढ़ोतरी और नौकरी पक्की करने की मांग को लेकर राज्य व्यापी आंदोलन कर रहे हैं. सफाईकर्मियों का कहना है कि मांगें स्वीकार किए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा.

सफाईकर्मियों की यूनियन 26 अक्टूबर को करनाल में राज्य स्तरीय विरोध करेगी. सफाईकर्मी अध्यक्ष ने कहा हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में काम करने वाले 11,000 से अधिक सफाई कर्मचारी पिछले लगभग दो सप्ताह से हड़ताल पर हैं उनकी मांगों के प्रति सरकार के उदासीन रवैये के कारण कर्मचारियों में अशांति का माहौल है.

2007 में भर्ती किए गए अधिकतर कर्मचारियों को 16 साल की निरंतर सेवा पूरी करने के बावजूद नियमित नहीं किया गया है, उन्हें दिया जाने वाला वेतन भी हरियाणा कौशल के माध्यम से नियुक्त नियमित या संविदा कर्मचारियों को दिए जाने वाले वेतन की तुलना में कम है. शहरी क्षेत्रों में रोजगार निगम, उन्होंने कहा कि जहां एक ग्रामीण सफाई कर्मचारी को मासिक वेतन के रूप में लगभग 14 हजार रुपये मिलते हैं, वहीं शहरी क्षेत्रों में उनके समकक्षों का वेतन 18 हजार रुपये से 22,000 रुपये के बीच है. उन्होंने यह भी दावा किया कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में उनके समकक्ष, जिन्हें 2008 में भर्ती किया गया था, उन्हें 40 हजार रुपये तक मासिक वेतन मिल रहा है.

साथ ही भर्ती की प्रक्रिया में बदलाव की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि गांवों में सिर्फ एक से चार कर्मचारियों की तैनाती अन्यायपूर्ण है क्योंकि पिछले 15 वर्षों में गांवों की आबादी 80 से 100 प्रतिशत के बीच बढ़ गई है और काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या आबादी क्षेत्र बढ़ा है.