समाज

पंजाब में कृषि संकट और किसान आंदोलन का उभार

किसान अपने अंतर्निहित विरोधाभासों और वर्ग, जाति व स्त्री-पुरुष भेदभाव की दीवारें तोडक़र लामबंद हुए हैं।

Fri, Dec 11, 2020

तुम किसान नहीं हो सकते!

तुम! तुम किसान नहीं हो सकते तुम मुंशी प्रेम चंद के होरी हो सकते हो, तुम हल्कू और जबरा हो सकते हो। मगर तुम किसान नहीं हो।

Fri, Dec 4, 2020

किसान आंदोलन और हिन्दी अखबारों का रवैया

चार दिन के किसान आंदोलन के बाद भी अमर उजाला ने इस पर अभी तक सम्पादकीय नहीं लिखा है।

Mon, Nov 30, 2020


माटी और शिल्प के लिए नये अवसरों का उत्सव

माटी कला से जुड़े कलाकारों और कारोबारियों को आगे बढ़ाने की उत्तर प्रदेश सरकार की मुहिम

Thu, Nov 12, 2020