वीरेंद्र यादव
झारखंड के अनूठे वाद्य यंत्र और सांस्कृतिक उपेक्षा की टीस
दरअसल कला-संस्कृति की बदहाली के पीछे गैर-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के अधिकारियों की संस्कृति विभाग में मौजूदगी का होना भी है।
May 13, 2019दिल में बसा गांव: आदमी बैल और सपने
बैल मूक पशु है, लेकिन जैसी उपमा उसे (मूर्ख ) दी जाती है....वैसा वह है नहीं...मनुष्य सपना देख सकता है बैल नहीं...उसके वारिस मानव जात में कहीं ज्यादा मिल जायेंगे हमें।
Apr 22, 2019