मनीष आजाद
‘देश के सम्मान’ के बोझ से मुक्त होना जरूरी है!
जब भी पदकधारी खिलाड़ी जनता की लड़ाई के साथ खड़ा होता है तो या तो उसका पदक छीन लिया जाता है या वह मुहम्मद अली की तरह अपना पदक नदी में बहा देता है.
May 31, 2023जब भी पदकधारी खिलाड़ी जनता की लड़ाई के साथ खड़ा होता है तो या तो उसका पदक छीन लिया जाता है या वह मुहम्मद अली की तरह अपना पदक नदी में बहा देता है.
May 31, 2023