यवतमाल: किसान बाप-बेटे ने एक ही पेड़ से लगाई फांसी

  प्रतीकात्‍मक

किसानों की आय दोगुनी करने के दावों और किसान कल्‍याण की तमाम योजनाओं के बावजूद देश में किसानों की खुदकुशी का सिलसिला थम नहीं रहा है। अब महाराष्‍ट्र के यवतमाल से एक किसान और उसके बेटे के कथित तौर पर खुदकुशी करने की खबर आई है। जबकि उत्‍तर प्रदेश के महोबा में फसल नुकसान के सदमे से एक किसान की मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार, यवतमाल की अर्णी तहसील में मंगलवार को किसान बाप-बेटे ने एक ही पेड़ से लटककर खुदकुशी कर ली। बताया जाता है कि यह परिवार कर्ज के बोझ तले दबा था और बेटा मानसिक तौर पर बीमार था। किसान काशीराम मुधोलकर और उसके बेटे अनिल ने पेड़ की एक ही डाल से लटककर खुद को फांसी लगा ली। अनिल कथित तौर पर अवसाद से ग्रस्त था। बतायाज जाता है कि काशीराम ने अपने बेटे के इलाज के लिए स्थानीय क्रेडिट सोसाइटी से एक लाख रुपये उधार लिए थे।

मृतक किसान काशीराम मुधोलकर (65) के पास पांच एकड़ जमीन थी और उन्‍होंने 14 एकड़ खेती बंटाई पर ली हुई थी। इस साल भयंकर सूखे और बारिश में कमी की वजह से उनकी खेती को नुकसान हुआ जिससे वह काफी परेशान थे। काशीराम का बेटा अनिल (20) भी कई महीने से बेरोजगार था। गौरतलब है कि इस साल महाराष्‍ट्र के यवतमाल जिले में सूखे और बाढ़ दोनों की मार पड़ी है। सूखे और बाढ़ प्रभावित किसान मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं और अवसादग्रस्‍त हो रहे हैं।

40 फीसदी बढ़े किसान आत्‍महत्‍या के मामले

देश में किसान आत्‍महत्‍या के मामले 40 फीसदी बढ़े हैं। अंग्रेजी अखबार ‘इंडियन एक्‍सप्रेस’ में छपी एक खबर के अनुसार, वर्ष 2014 में किसान आत्‍महत्‍या के 5650 मामले सामने आए थे जबकि 2015 में यह आंकड़ा 8 हजार के ऊपर चला गया है। सबसे ज्‍यादा महाराष्‍ट्र के किसान खुदकुशी कर रहे हैं। वर्ष 2014 में महाराष्‍ट्र में 2568 किसानों ने आत्‍महत्‍या की थी जबकि 2015 में 3030 किसान आत्‍महत्‍या कर चुके हैं। महाराष्‍ट्र के बाद से ज्‍यादा किसान आत्‍महत्‍याएं तेलंगाना और कर्नाटक में हो रही हैं।

फसल बर्बाद, किसान की सदमे से मौत

उत्‍तर प्रदेश के महोबा जिले में बारिश से फसल की बर्बादी कुआं ढह जाने के सदमे से एक किसान की मौत हो गई। ग्राम नरेड़ी निवासी दुलीचंद्र (45) ने एक लाख रुपये खर्च कर एक कुआं खुदवाया था। फसल की बुवाई के लिए उसने उधार भी लिया था। लेकिन, खेतों में पानी भर जाने और कुआं धस जाने से उसे काफी सदमा लगा। उसे सीने में दर्द उठा। परिजन अस्पताल ले जा पाते इससे पहले ही रास्ते में उसकी मौत हो गई।